जिला प्रशासन की ओर से तीन दिन पहले चलाई गई चल राशन दुकानाें का लाेगाें काे पूरी तरह लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह यह है कि इन राशन लेकर जा रहे वाहनाें में अनाउंसमेंट संबंधी व्यवस्था नहीं है अाैर लाेगाें काे यह मालूम ही नहीं पड़ रहा है कि उनके क्षेत्र में राशन वाला वाहन कब अाकर चला गया। कलेक्टर विश्व माेहन शर्मा ने कहा है कि इस बाबत अधिकारियाें काे निर्देश दिए गए हैं अाैर साेमवार से व्यवस्था सुचारू हाे जाएगी।
शुरूअात में जिला प्रशासन ने 25 वाहन लगाए थे जिसमें साेमवार काे 3 अाैर वाहन बढ़ा दिए। कई क्षेत्राें में पार्षदाें अाैर अामजन का कहना है कि चल दुकानों का इंतजार किया लेकिन नहीं पहुंची। वहीं डीएसओ अंकित पचार का दावा है कि चल दुकानों के जरिए सप्लाई की गई है, यदि इसके बाद भी कोई परेशानी आ रही है तो वहां पर सूचना मिलते ही चल दुकानों को भेजा जा रहा है। कलेक्टर ने एक आदेश जारी कर निर्माण साइटों के श्रमिकों, उनके परिवारों, गरीब, असहाय व्यक्तियों की भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बीएलओ, पटवारी ग्राम सेवक से सर्वेक्षण करवाने के निर्देश दिए है। यह कार्य तीन दिन में करना होगा।
तीन दुकानें और बढ़ाईं
आवश्यक किराना सामग्री की आपूर्ति के लिए तीन अतिरिक्त चल दुकानदार अधिकृत किए गए है। इनमें मिट्ठन लाल (9928297699) को कुंदन नगर एवं कालू की ढाणी, परमेश्वर (9929233074) को भगवान गंज साधु बस्ती तथा त्रिलोक चन्द (9928462340) को शास्त्री नगर के लिए अधिकृत किया गया है।
बांटे 60 हजार फूड पैकेट
भामाशाहों एवं रसद विभाग ने रविवार को जिले में करीब 60 हजार भोजन पैकेट और साढ़े 4 हजार सूखी सामग्री के पैकेट रविवार को वितरित किए। इसके अलावा भी कई भामाशाहों ने गरीब परिवारों और चाय पिलाई। जिला रसद अधिकारी अंकित पचार ने बताया कि जिले में कुल 64 हजार 32 पैकेट बांटे गए। इनमें से 59602 पैकेट तैयार भोजन के थे, जबकि 4430 पैकेट सूखी सामग्री के थे। कई लोगों ने अपने स्तर पर जरूरतमंदों को चाय भी बांटी।
भामाशाह सूखी सामग्री बांटे
कलेक्ट्रेट सभागार में रविवार को एडीए सचिव एवं प्रभारी रसद सामग्री किशोर कुमार तथा डीएसओ अंकित पचार ने भामाशाहों की मीटिंग ली। भामाशाहों को निर्देश दिए गए कि वे केवल सूखी सामग्री के पैकेट ही बांटे। सामग्री वितरण केवल लोडिंग टेपों के जरिए ही करे। हालांकि इस बारे में कुछ भामाशाहों का यह भी सुझाव था कि जिन लाेगाें के पास खाना बनाने तक के साधन नहीं है उन्हें बनाया हुअा भाेजन ही पहुंचाना चाहिए। इस पर एक-दो दिनों तक फूड पैकेट बांटने की बात कही गई।
सोमवार से सभी क्षेत्रों में सूखी राशन सामग्री की सुचारु व्यवस्था होगी। चल दुकानों के जरिये शहर में राशन सामग्री पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं, प्रशासनिक स्तर सभी तैयारियां चाक चाैबंद है।
-विश्व मोहन शर्मा, कलेक्टर
लॉकडाउन के दौरान गरीबों और बेसहारा लोगों को विभिन्न इलाकों में राशन सामग्री और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
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