अजमेर | दरगाह के पीछे स्थित खानकाह मोहल्ला का करीब 100 साल पुराना गेट 1992 के बाद कोरोना संक्रमण के चलते लागू किए गए लॉक डाउन के चलते बंद किया गया है। मोहल्ले के लोगों ने इस गेट को बंद करने का सामूहिक फैसला लिया। केवल बहुत आवश्यक होने पर बाहर जाने के लिए छोटी खिड़की को खोला गया है।
स्थानीय निवासी इलियास कुरैशी ने बताया कि यह गेट 1992 में दंगों के समय दो-तीन दिन के लिए बंद किया गया था। या इसके बाद अब इसे बंद किया गया है। खानकाह मोहल्ले में करीब 20 घर हैं। कुरैशी ने कहा कि यह गेट करीब 100 साल पुराना है। यह दूसरा मौका है जब इस गेट को बंद करने की जरूरत अनुभव की गई। सबकी सुरक्षा को देखते हुए ही गेट काे बंद किया गया। लोग अपने-अपने घरों में ही हैं। महिलाओं और बच्चों को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।
नालियों की सफाई
नगर निगम ने चिश्तिया मार्केट, कमानी गेट, त्रिपोलिया गेट आदि क्षेत्रों में नालियों की सफाई कराई। ढाई दिन का झोंपड़ा के पास स्थित कचरा डिपो पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2JeCsoj
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें